एलआईसी न्यू एंडोमेंट योजना
एलआईसी की न्यू एंडोमेंट योजना एक नॉन लिंक्ड जीवन बीमा योजना है जो आपको गारंटीड रिटर्न के साथ बोनस भी प्रदान करती है। इस योजना को 12 से 35 वर्ष की अवधि के लिए लिया जा सकता है। जिनकी उम्र 8 से 55 वर्ष तक है, वो इस योजना में निवेश कर सकते हैं तथा 75 वर्ष तक इसे जारी रख सकते हैं।
प्रारंभ तिथि | तालिका संख्या | प्रोडक्ट का प्रकार | बोनस | युआईएन |
814 | एंडोमेंट | हाँ | 512N277V01 |
इस योजना में, पूरे पालिसी अवधि तक आपको प्रीमियम का भुगतान करना होता है। अगर पालिसी धारक, पूरे पालिसी अवधि तक जीवित रहता है तो उसे पालिसी अवधि के अंत में मैच्युरिटी(परिपक्वता) लाभ के रूप में बीमित रकम + सिंपल रीवर्सनरी बोनस + फाइनल एडीशन बोनस का भुगतान किया जाएगा।
एलआईसी की न्यू एंडोमेंट योजना की विशेषताएँ:
- गारंटीड रीटर्न और बोनस
- मैच्युरिटी(परिपक्वता) या शीघ्र मृत्यु पर सिंपल रीवर्सनरी बोनस का भुगतान
- उच्च बीमित रकम पर छूट
- दुर्घटना मृत्यु तथा दिव्यांगता बेनिफिट राइडर का लाभ
एलआईसी की न्यू एंडोमेंट योजना में मिलनेवाले लाभ:
मृत्यु लाभ: अगर पालिसी अवधि के दौरान पालिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो, नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में बीमित रकम तथा जमा हुआ बोनस का भुगतान किया जाता है। इसके बाद पालिसी बंद हो जाती है।
यहाँ, मृत्यु पर मिलनेवाले बीमित रकम का अर्थ मूल बीमित रकम या वार्षिक प्रीमियम का 10 गुणा होता है, जो भरे हुए प्रीमियम का कम से कम 105% होना चाहिए।
मैच्युरिटी(परिपक्वता) लाभ: अगर पालिसी धारक, पूरे पालिसी अवधि तक जीवित रहता है तो उसे पालिसी अवधि के अंत में मैच्युरिटी(परिपक्वता) लाभ के रूप में बीमित रकम + सिंपल रीवर्सनरी बोनस + फाइनल एडीशन बोनस(अगर कुछ है तो) का भुगतान किया जाता है। इसके बाद पालिसी बंद हो जाएगी।
आयकर लाभ: जीवन बीमा के तहत भुगतान किया हुआ Rs. 1,50,000 तक के प्रीमियम पर आयकर की धारा 80C के तहत छूट दी जाती है। इस योजना के तहत मिलनेवाला मैच्युरिटी लाभ भी आयकर की धारा 10(10)D के तहत कर मुक्त है।
एलआईसी की न्यू एंडोमेंट मैच्युरिटी कैल्कूलेटर:
इस कैल्कुलेटर का उपयोग कर आप एलआईसी की न्यू एंडोमेंट योजना में मिलनेवाले मैच्युरिटी (परिपक्वता) लाभ का निर्धारण कर सकते हैं। एलआईसी न्यू एंडोमेंट योजना में मिलनेवाले मैच्युरिटी (परिपक्वता) लाभकी रकम पूरी तरह से करमुक्त होती है।
एलआईसी जीवन लक्ष्य योजना में सहभागी होने की शर्तें और प्रतिबन्ध:
कम से कम | अधिक से अधिक | |
बीमित रकम (रु) | 1,00,000 (5000 के गुणक में) | कोई सीमा नहीं |
पालिसी की अवधि(वर्ष) | 12 | 35 |
प्रीमियम भुगतान की अवधि(वर्ष) | पालिसी अवधि के समान | |
पालिसी धारक की प्रवेश आयु | 8 वर्ष | 55 वर्ष |
मैच्युरिटी(परिपक्वता) आयु | - | 75 वर्ष |
भुगतान मोड | वार्षिक, छमाही, तिमाही, मासिक(ESS मोड) |
एलआईसी न्यू जीवन आनंद के नमूना प्रीमियम का चित्रण :
यहाँ पर एक स्वस्थ्य, धूम्रपान नहीं करनेवाले पुरुष जो 1,00,000 रुपए की बीमित रकम के साथ 25 वर्षों के लिए इस योजना में निवेश करता है, उसका प्रीमियम नमूना के तौर पर तालिका में दिए गए हैं।
एलआईसी न्यू एंडोमेंट योजना की अतिरिक्त विशेषताएं तथा लाभ:
राइडर्स : इस योजना के साथ अतिरिक्त राइडर उपलब्ध।
बोनस:
इस योजना के तहत दो तरह के बोनस उपलब्ध हैं।
- सिंपल रीवर्सनरी बोनस: इसकी घोषणा वार्षिक तौर पर हर फाइनेंशियल वर्ष के अंत में प्रत्येक 1000 रुपए पर होती है। यह बोनस, योजना के गारंटीड लाभ का हिस्सा है। इसे चुने हुए अवधि तक या पालिसी अवधि के दौरान मृत्यु होने पर परिपक्वता लाभ अथवा मृत्यु लाभ में जोड़ा जाता है।
- अगर एक निश्चित अवधि तक आप योजना में बने हुए हैं तो एलआईसी द्वारा आपको फाइनल एडीशन बोनस भी प्रदान किया जाता है।
हम आपको उदहारण के साथ इसे समझेंगे:
मान लीजिए रमेश ने 25 वर्ष के लिए एलआईसी की न्यू एंडोमेंट योजना में 10 लाख की बीमित रकम के साथ निवेश किया है।
अगर उस वर्ष के लिए सिंपल रिवेर्सनरी बोनस की दर 30 है तो रमेश के लिए जमा हुआ बोनस,
बोनस = 30/1,000 x बीमित रकम = 30/1,000 x 10,00,000 = 30,000
अगर पूरे 25 वर्ष की पालिसी अवधि के लिए हम यही दर माने तो, रमेश द्वारा 25 वर्ष में प्राप्त किया गया कुल सिंपल रीवर्सनरी बोनस = 30,000 x 25 = 7,50,000
चूँकि, फाइनल एडीशन बोनस सिर्फ एक बार पालिसी अवधि के अंत में दिया जाता है इसलिए, अगर हम फाइनल एडीशन की दर हर 1000 रुपए पर 200 मानें तो फाइनल एडीशन की गणना इस प्रकार की जाएगी,
फाइनल एडीशन बोनस = Rs 200/1,000 x Rs 10,00,000 = Rs 2,00,000
इस प्रकार कुल बोनस = सिंपल रिवेर्सनरी बोनस + फाइनल एडीशन बोनस
= Rs. 7,50,000 + Rs. 2,00,000 = Rs. 9,50,000
क्या होता है जब…
आप प्रीमियम का भुगतान रोक देते हैं - इस योजना के तहत अगर आप प्रीमियम का भुगतान रोक देते हैं तो एलआईसी द्वारा आपको बकाया प्रीमियम भरने के लिए एक ग्रेस पीरियड दिया जाता है। अगर ग्रेस पीरियड में भी आप प्रीमियम नहीं भरते हैं तो पालिसी बंद हो जाती है। अगर आपको बंद हुई पालिसी को फिर से रिवाइव करना है तो आखिरी भरे हुए प्रीमियम के बाद से दो साल तक इसे रिवाइव किया जा सकता है। आपके पास इस योजना को सरेंडर करके सरेंडर मुल्य प्राप्त करने का भी विकल्प होता है। लेकिन अगर आपने 3 साल तक प्रीमियम भरा है तो ही आप सरेंडर वैल्यू प्राप्त करने के पात्र होते हैं।
आप पालिसी सरेंडर करना चाहते हैं - तीन साल तक प्रीमियम भरने के बाद आप इस योजना को सरेंडर कर सकते हैं।
आप इस योजना के तहत लोन चाहते हैं - तीन साल तक प्रीमियम भरने के बाद आप इस योजना से लोन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
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